Digital Presentation (डिजिटल प्रेजेन्टेशन) Part-1
Introduction to Digital Presentation(डिजिटल प्रेजेन्टेशन का परिचय):-
स्पष्ट रूप से और प्रभावी ढंग से जानकारी प्रस्तुत करना आपके messages या दर्शकों(audience) के बीच राय पाने के लिए एक महत्वपूर्ण कौशल(skills) है। आज, लगभग हर क्षेत्र में प्रेजेंटेशन कौशल(Presentation skills) की अत्यधिक आवश्यकता है। प्रेजेंटेशन कौशल (Presentation skills) में सामग्री(content) के साथ-साथ प्रेजेंटेशन का प्रवाह(flow) भी शामिल है। कंप्यूटर के साथ तैयार किए गए प्रेजेंटेशन का उपयोग करने के कई फायदे हैं। Personal computer स्क्रीन पर प्रस्तुति प्रदर्शित करने वाला पहला सॉफ्टवेयर VCN ExecuVision था, जिसे 1982 में विकसित किया गया था।
A presentation include (प्रेजेंटेशन में शामिल है।):-
■ Regular Text ( नियमित टेक्स्ट आइटम सूची)
■ टेबल (Table)
■ Lists Items (लिस्ट सूची)
■ Graphics Elements (ग्राफिक्स एलीमेंट)
■ Sound and Video (साउंड एंड वीडियो)
■ Animation (एनीमेशन)
Use of Presentation (प्रेजेंटेशन का उपयोग):-
Presentation का उपयोग व्यावसायिक संगठनों (Business Organisations) में परियोजना के प्रस्ताव (Project Proposal) को प्रस्तुत करने के लिए किया जाता है। शिक्षण और प्रशिक्षण (Teaching & Training ) मे प्रेजेंटेशन का अत्यधिक उपयोग किया जाता है। जिन अवधारणाओं (Concepts) को समझाना मुश्किल है, उन्हें किसी भी प्रेजेंटेशन सॉफ्टवेयर (presentation software) का उपयोग करके आसानी से सरल तरीके से दर्शकों (audience) के सामने present किया जा सकता है। उदाहरण के लिए एक शिक्षक मानव के किसी भी जैविक प्रणाली (biological system) को सिखाना चाहता है एक प्रेजेंटेशन के माध्यम से चित्रों (Images) और एनीमेशन (animation) का उपयोग करके एक पूर्ण प्रणाली का प्रदर्शन किया जा सकता है। मशीनी भागों (machine parts) और विभिन्न मशीनों के संचालन(operation) को आसानी से दिखाया जा सकता है। हम प्रेजेंटेशन को विभिन्न तरीकों से प्रिंट ( print) भी कर सकते हैं।
Name of Best Presentation software (सबसे अच्छे प्रेजेंटेशन सॉफ्टवेयर के नाम ):-
■ Microsoft PowerPoint
■Google Slides
■ Libre Office Impress
■ Canva
■ Ludus
■ Beautiful.ai
■ Powtoon
■ Genially
■ Visme
■ Prezi
■ Keynote
■ Slides
■ Slidebean
■ Zoho Show
■ Genially
■ FlowVella
■ Haiku Deck
■ Microsoft SkyDrive
Introduction to Libre office Impress (लिब्रे ऑफिस इंप्रेस का परिचय ):-
इम्प्रेस (impress) द डॉक्यूमेंट फाउंडेशन (The Document Foundation, impress Developed in Sept, 2010) के लिबरे ऑफिस सूट (libre office suite) के महत्वपूर्ण घटकों (components) में से एक है जिसको Sept, 2010 मे विकसित किया गया था। यह एक स्वतंत्र खुला स्रोत (Free open source program) है और व्यापक रूप से बड़े समुदाय द्वारा प्रेजेंटेशन बनाने के लिए उपयोग किया जाता है। आप class lecture, कॉर्पोरेट प्रशिक्षण (corporate training) और आमंत्रित वार्ता(invite talk) के लिए टेक्स्ट ग्राफिक्स और एनिमेशन का उपयोग करके प्रेजेंटेशन बना सकते हैं। LibreOffice Impress भी माइक्रोसॉफ्ट office के Ms Powerpoint जैसा ही एक presentation program है । जिसका प्रयोग slide show तैयार करने के लिए किया जाता है । इसमें हम अपनी इनफार्मेशन को graphics और Multimedia के माद्यम से present करते है । लिबरे ऑफिस इम्प्रेस में बनाए गए प्रेजेंटेशन को MS PowerPoint जैसे अन्य प्रेजेंटेशन सॉफ्टवेयर में ओपन किया जा सकता है। Libre office impress का उपयोग करते हुए हम MS PowerPoint presentation और इसके Templates को पढ़ सकते हैं। हम एमएस पावर पॉइंट में किसी भी इम्प्रेस प्रेजेंटेशन को ओपन कर सकते हैं लेकिन थोड़े अलग रूप और एहसास के साथ लिबरे ऑफिस इम्प्रेस windows, Linux और Mac Os पर Run करता है। यह अलग-अलग ऑपरेटिंग सिस्टम (O/S) पर थोड़ा अलग लग सकता है।
यदि आपके कंप्यूटर पर कोई प्रेजेंटेशन सॉफ्टवेयर नहीं है और आपके पास इंटरनेट कनेक्शन हैं तो आप आसानी से प्रेजेंटेशन सॉफ्टवेयर का उपयोग कर सकते हैं। आपको प्रेजेंटेशन बनाने के लिए MS SkyDriver, PowerPoint, Google Presentation या MS 365 Powerpoint जैसे प्रेजेंटेशन सॉफ्टवेयर उपलब्ध हैं। ये इंटरनेट में क्लाउड प्लेटफॉर्म के तहत उपलब्ध सॉफ्टवेयर हैं।
लिबरे ऑफिस इम्प्रेस में विभिन्न मल्टीमीडिया एलीमेंट का उपयोग करके एक प्रभावी प्रेजेंटेशन बनाई जा सकती है। इम्प्रेस में प्रेजेंटेशन का Text Editing और Formatting जैसे Bold, Colors, Text alignment, Border, Drawing इत्यादि, Writer और Calc के समान Command और Option का उपयोग करता है ।
Characterstics of Good quality Presentation (एक अच्छी गुणवत्ता के प्रेजेंटेशन की विशेषताएं ):-
Audience को स्पष्ट रूप से संदेश देने के लिए एक अच्छी गुणवत्ता के प्रेजेंटेशन की आवश्यकता होती है। अच्छी गुणवत्ता के प्रेजेंटेशन तैयार करते समय निम्नलिखित बिंदुओं या दिशानिर्देशों (guidelines) का ध्यान रखा जाना चाहिए।
1) Numbers of Lines (लाइनों की संख्या):- एक पेज या स्लाइड पर 5 से 8 लाइनो को शामिल करने का प्रयास करें। लाइनों की अधिक संख्या या paragraph को पढ़ने में अधिक समय लग सकता है क्योंकि Font size बहुत छोटा हो सकता है।
2) Font Size (लिखने का आकार):- प्रेजेंटेशन को तैयार करते समय आपको कमरे Room Size, screen और audience के बीच की दूरी का ध्यान रखना होगा। इसके अनुशार प्रेजेंटेशन में टेक्स्ट का font size तय किया जा सकता है। फॉन्ट का साइज 32 point या उससे अधिक रखना उचित होगा, ताकि दर्शक आसानी से contents को पढ़ सकें।
3) Correct use of grammer and language (व्याकरण और भाषा का सही उपयोग):-
आपके प्रेजेंटेशन में व्याकरण और भाषा का सही उपयोग होना चाहिए, क्योंकि यदि आप एक गलती करते हैं तो दर्शकों में मौजूद कई व्यक्तियों द्वारा दोहराई जाएगी। इसलिए आपको व्याकरण, भाषा की वर्तनी को ध्यान से पढ़कर सामग्री को error free रूप से प्रेजेंटेशन करना होगा।
4) Inserting image, drawings, tables or graphs ( इमेज, ड्रॉइंग, टेबल या ग्राफ इंसर्ट करना):-
किसी भी स्लाइड में दो से अधिक ग्राफिक्स (इमेज, ड्रॉइंग, टेबल या चार्ट) डालने से बचने का प्रयास करें। बहुत सारे ग्राफिक्स Insert करना दर्शकों को confuse करने वाला हो जाता है।
5) Use of Colours (कलर का उपयोग):-
कुछ बिंदुओं को उजागर करने के लिए अलग-अलग Font के साथ गहरे रंगों, Bold अक्षरों का उपयोग करने का प्रयास करें। स्पष्ट या हल्के Background colour और font के लिए गहरे रंगों का उपयोग करें। Background और foreground colour के contrast पर ध्यान दें। पढ़ने की क्षमता के अनुसार फॉन्ट के रंगों में भिन्नता लाएं। शब्दों के महत्व को दिखाने के लिए प्रेजेंटेशन के बीच में कहीं और रंगों का प्रयोग करें।
6) Animation and Videos (एनिमेशन और वीडियो):-
एक स्लाइड (Slide) में एक से अधिक एनीमेशन या वीडियो शामिल न करें। एक से अधिक को शामिल करने से साउंड overlap होगी और दर्शकों के लिए confuse पैदा कर सकता है।
7) Pay attention to target group (लक्ष्य समूह पर ध्यान दें):-
प्रेजेंटेशन बनाते समय दर्शकों की आवश्यकताओं को पूरा करने पर ध्यान दें। सामग्री विषयों के अनुक्रम पर इस तरह से ध्यान केंद्रित करें कि यह उद्देश्यों से दर्शकों का ध्यान आकर्षित करने के लिए एक प्रवाह बना दे । अन्यथा दर्शक खो सकते हैं।
Starting Libre office Impress ( लिब्रे ऑफिस इंप्रेस को शुरू करना):-
Libre office Impress को स्टार्ट करने के लिए Desktp पर इसके शॉर्टकट आइकन पर double click करें सामान्य तौर पर आपको डेस्कटॉप पर या quick launch taskbar पर लिबरे ऑफिस का एक शॉर्टकट मिलेगा। ऑपरेटिंग सिस्टम (windows या Linux ) के अनुसार प्रक्रिया थोड़ी भिन्न हो सकती है जो आप use कर रहे हैं।
विंडोज में लिबरे ऑफिस इम्प्रेस स्टार्ट करने के लिए Desktop पर इसके शॉर्टकट आइकन पर डबल क्लिक करें या Start or Windows button –> Libre office –> Libre office Impress–> Click करे। इस प्रकार आप impress को run कर सकते हो ।
Ubuntu Linux में निम्न विकल्पों में से किसी के द्वारा Libre office Impress खोलें:-
■ एप्लिकेशन लॉन्चर पर लिबरऑफिस इम्प्रेस Icon फाइंड करें और application स्टार्ट करने के लिए इस पर क्लिक करें।
■ launcher पर Show Applications icon के माध्यम से लिबरऑफिस इम्प्रेस आइकन find करें । find करने के लिए, ” impress” शब्द Enter करें और सर्च रिजल्ट से Litre office Impress सिलेक्ट करें ।Impress स्टार्ट करने के बाद इसकी प्रारंभिक विंडो ओपन होगी । जो इस प्रकार होगी ।
File Extension of Libre office Impress (लिब्रे ऑफिस इंप्रेस की फ़ाईल एक्सटेंशन ):-
Libre office Impress की file extension .odp है जिसका पुरा नाम open document presentation है । file extension किसी भी file की पहचान होती है जिसे computer पहचानता है । यह सिस्टम द्वारा फ़ाईल के नाम के साथ अपने आप जोड़ दी जाती हैं । जब फ़ाईल को save किया जाता है तब फ़ाईल का नाम user द्वारा दिया जाता है जबकि उसकी एक्सटेंशन सिस्टम द्वारा अपने आप लगा दी जाती हैं ।
Parts of libre office Impress Windows ( लिब्रे ऑफिस इंप्रेस के भाग):-
इंप्रेस विंडो के कुछ भाग इम्प्रेस मेन विंडो के भागों को दिए गये image में दिखाया गया है।
1) Title Bar ( टाइटल बार):- इसमें एक्सटेंशन (odp) के साथ प्रेजेंटेशन फाइल का नाम और लिबरे ऑफिस इंप्रेस के रूप में प्रेजेंटेशन एप्लिकेशन (presentation application) शामिल है। यह हमेशा लिबरऑफिस इम्प्रेस मे टाइटल बार विंडो में सबसे ऊपर होता है। विंडो के मैनिपुलेशन बटन left corner में स्थित होते हैं। ये minimize, maximize / restore और close बटन हैं।
2) Menu Bar (मेनू बार):-
इसमें तार्किक रूप से समूहीकृत (logically grouped) कमांड के साथ menu होते हैं। प्रेजेंटेशन बनाने के लिए आवश्यक सभी कमांड यहां दिए जाते हैं। विभिन्न मेनू निम्नलिखित हैं:-
■ File Menu (फाइल मेन्यू):- इसका इस्तेमाल प्रेजेंटेशन पर basic operation (Save करना, मौजूदा file को open करना, नई file बनाने आदि) के लिए किया जाता है।
■ Edit Menu (एडिट मेन्यू ):- इस मेनू में टेक्स्ट खंडों को copy करने, cut करने और paste करने के कार्य शामिल हैं।
■ View menu (व्यू मेन्यू ):- इसका उपयोग विंडो व्यू एडजस्टमेंट ( विभिन्न व्यू टाइप को सिलेक्ट करने, जूमिंग, आदि) और टूलबार को add करने के लिए प्रयोग किया जाता है।
■ Insert menu (इनसेरट मेन्यू):- इस मेनू का उपयोग table, shapes, textbox और chart जैसे विभिन्न object को प्रेजेंटेशन में insert करने के लिए किया जाता है।
■ Format menu (फॉर्मेट मेन्यू):- इसमें टेक्स्ट फॉर्मेटिंग के फंक्शन शामिल हैं। जैसे- bold, italic, underline, font size, font color इत्यादी ।
■ Slide menu (फॉर्मेट मेन्यू):- इसका उपयोग new slide, duplicate slide, delete slide, insert slide करने के लिए किया जाता है।
■ Slide show menu (स्लाइड शो मेन्यू ):- यह प्रेजेंटेंशन को देखने के लिए एक टूल है। slide show को आप f5 function key shortcut के द्वारा रन कर सकते हो ।
■ Tools Menu (टूल मेन्यू):- यह एक प्रेजेंटेशन में वर्तनी को नियंत्रित(spelling control) करने के लिए उपयोग किया जाता है।
■ Window menu ( विंडो मेन्यू):- इसका उपयोग पहले से खुली हुए प्रेजेंटेशन को देखने के लिए किया जाता है।
■ Help menu (हैल्प मेन्यू):- इसका उपयोग इंप्रेस मे सभी विषय की सहायता को देखने के लिए किया जाता है।
3) Standard toolbar (स्टैंडर्ड टूलबार):- मेनू बार के प्रत्येक मेनू को आसान संचालन(easy operation) के लिए icon के रूप में यहां रखा गया है।
4) Slide pane (स्लाइड पेन):- किसी भी स्लाइड पर आसानी से नेविगेट करने के लिए स्लाइड को छोटे आकार में देखना एक वर्टिकल पेन है। जैसे ही आप विशेष स्लाइड पर क्लिक करते हैं, विंडो के बीच में वह स्लाइड बड़े आकार में प्रदर्शित होगी। अब आप स्लाइड को पूरा करने के लिए आवश्यक बदलावों को जोड़ या हटा सकते हैं।
5) Workspace (वर्कस्पेस):- यह विंडो का मध्य भाग है, जहां प्रेजेंटेशन स्लाइड्स बनाई जाती हैं, टेक्स्ट एंटर किया जाता है, इमेज और अन्य ऑब्जेक्ट इंसर्ट किए जाते हैं।
6) Slides (स्लाइड):- यह विंडो के बाएं भाग में है, थंबनेल फॉर्म में प्रेजेंटेशन स्लाइड प्रदर्शित करते हैं। यदि आप दृश्य मेनू में स्लाइड पेन कमांड पर क्लिक करते हैं, तो पेन क्लॉज और ओपन किया जा सकता है
7) Tasks pane (टास्कपेन):- टास्क पेन विंडो के right side पर होता है। टास्क पेन five components से बना है। इस पेन को स्टार्ट करते समय सभी घटक ओपन नहीं होते हैं। इसे ओपन करने के लिए आपको संबंधित ऑब्जेक्ट(object) को सिलेक्ट करना होगा।
8) Master pages (मास्टर पेज):- आप स्लाइड के आधार वास्तुकला (base architecture) को modify कर सकते हैं। आप इसका उपयोग करके सभी स्लाइड के लिए प्रेजेंटेशन का आधार और सामान्य स्टाइल (common style) बना सकते हैं। impress मे डिफॉल्ट स्लाइड मास्टर पेज उपलब्ध होता हैं।
9) Layouts (लेआउट):- आप अपने स्वयं के लेआउट को तैयार कर सकते हैं और इस सॉफ्टवेयर का उपयोग करके भविष्य के उपयोग के लिए save रख सकते हैं। आप इनमें से किसी को भी सिलेक्ट कर सकते हैं और इसे मॉडिफाई कर सकते हैं या आवश्यकतानुसार उपयोग कर सकते हैं।
10) Table design (टेबल डिजाइन ):- यह टेबल बनाने के लिए स्टाइल देता है। कोई भी अपनी पसंद के अनुसार स्टाइल को modify कर सकता है।
11) Custom animation (कस्टम एनीमेशन):- एक स्लाइड में text, drawing आदि के लिए कई एनीमेशन फीचर्स(animation features ) हैं। इस फीचर का उपयोग करके आप एनीमेशन फीचर को add, change या remove कर सकते हैं।
12) Slide transition ( स्लाइड ट्रांजिशन):- स्लाइड ट्रांजिशन का उपयोग करके, आप यह निर्धारित कर सकते हैं कि प्रेजेंटेशन के दौरान स्लाइड कैसे दिखाई देगी। बहुत से तैयार विकल्प उपलब्ध हैं। आप ट्रांजिशन की गति(speed of transition), ध्वनि प्रभाव(sound effect), स्वचालित ट्रांजिशन( automated transition) आदि जैसे फीचर को भी MODIFY कर सकते हैं।
13) Drawing toolbar (ड्राइंग टूलबार):- ड्राइंग टूलबार का उपयोग करके, आप अपने प्रेजेंटेशन को प्रभावी बनाने के लिए प्रेजेंटेशन में विभिन्न कलात्मक काम (artistic works) कर सकते हैं।
14) Insertion point (इंसर्ट करने के पाइंट) :- यह कर्सर(curser) का एक स्थान है जहां आप टेक्स्ट में कुछ भी लिखते समय यह दिखाई देगा ।(अर्थात लोकेशन जहां पर कर्सर ब्लिंक कर रहा है)
15) स्टेट्स बार (Status bar):- यह एक्टिव प्रेजेंटेशन, कर्सर की वर्तमान पोजिशन और जूम स्लाइडर के बारे में जानकारी दिखाता है। इसे यूजर की प्राथमिकताओं के अनुसार समायोजित(adjust) किया जा सकता है। स्टेटस बार कमांड का चयन करके view menu में स्टेटस बार (status bar) को बंद किया जा सकता है।
16) Zoom control (ज़ूम कण्ट्रोल):- इस टूल का उपयोग स्लाइड को जूम इन(zoom in) या जूम आउट (zoom out) करने के लिए किया जाता है।
Closing Libre Office Impress (लिब्रे ऑफिस इम्प्रेस को बन्द करना):-
अगर आप लिब्रे ऑफिस इंप्रेस को बंद करना चाहते हैं तो उसके लिए आपके पास कई option उपलब्ध है जैसे:-
1) Title bar मे right corner मे cross के निशान पर click करके आप इसको close कर सकते हैं ।
2) file menu मे जाकर Exit command का उपयोग करके भी इसको close कर सकते हो ।
3) keyboard shortcut:-Alt + F4 और Control+Q